मैं तुझमें दिखूँ और तू मुझमें दिखे!!!
Written by: Bindu
मैं चाहती हूँ
तू सूरज बन
अपने आप को इतना जला
कि दूसरों पर
रोशनी बरसा दे
मैं चाहती हूँ
तू बादल बन
अपने आप को इतना भर
कि बरस कर
दूसरों को सकू से भर दे
मैं चाहती हूँ
तू पंछी बन
अपने आप को इतना उड़ा
कि धरती को टुकड़ों
में ना बंटने दे
मैं चाहती हूँ
तू मेहंदी बन
अपने आप को इतना पीस
कि दूसरों को अपने
प्रेम में रंग दे
मैं चाहती हूँ
तू हर उस कण में जन्म ले
अपने आप को इतना
एकाकार कर
कि मैं तुझमें दिखूँ
और तू मुझमें दिखे।
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